आयोग ने कहा - डीजीपी एवं एसपी धार दो सप्ताह में दें जवाब

धार   जिले के नालछा थाने में पुलिसकर्मियों की दबंगई का मामला सामने आया है। जिसमें स्थायी वारंटी की जगह निर्दोष युवक को पकड़ कर थाने लाकर लाॅकअप में बंद कर दिया। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने कपड़े उतारकर उसे रात भर पीटा। पति को छुड़ाने गई पत्नी के साथ भी अभद्रता कर उसके फोटो खिंचे। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पीड़ित ने आरोप लगाया कि पुलिस ने नशे में धुत होकर पिटाई की। बाद में नशा उतरने पर माफी मांगते हुए छोड़ दिया। मामला सामने आने के बाद एसपी ने इसकी जांच धामनोद एसडीओपी को सौंपी है। दरअसल, पुलिस द्वारा स्थायी वारंटियों को पकड़ने के लिये जिलेभर में अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत पुलिस बगड़ी के पास गांव आली से सुनील उर्फ संजू को पकड़कर लाई थी, जो मजदूरी करने के लिए गया था। थाने की सूची में स्थायी वारंटी संजय पिता हीरालाल का नाम था। इस मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मध्यप्रदेश और पुलिस अधीक्षक, धार से दो सप्ताह में जवाब मांगा है।