यूईएफए चैंपियंस लीग के फाइनल में स्पेन के क्लब रियल मैड्रिड ने लिवरपूल को 1-0 से हरा दिया। शनिवार देर रात फ्रांस की राजधानी पेरिस में खेले गए मुकाबले में रियल के विनिसियस जूनियर ने मैच में इकलौता गोल किया। रियल की टीम 14वीं बार चैंपियन बनी है। वहीं, लिवरपूल को चौथी बार फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है। उसे रियल ने पिछली बार 2018 में भी हराया था। रियल की टीम 1981 के बाद से एक बार भी फाइनल नहीं हारी है। इस दौरान उसने आठ बार खिताब अपने नाम किया।

विनिसियस ने भले ही गोल कर रियल को जीत दिलाई हो, लेकिन मैच के असली हीरो टीम के गोलकीपर थिबो कोर्त्वा रहे। उन्होंने नौ गोल बचाए। चैंपियंस लीग के फाइनल में पहली बार किसी गोलकीपर ने इतने गोल बचाए हैं। कोर्त्वा ने पेरिस सेंट जर्मेन के खिलाफ प्री-क्वार्टरफाइनल में आठ और मैनचेस्टर सिटी के खिलाफ सेमीफाइनल में आठ गोल बचाए थे। उनके प्रदर्शन को देखकर रियल के मैनेजर कार्लो एंजोलोटी भी हैरान रह गए। उन्होंने मैच के बाद कहा, ''कोर्त्वा ने जो किया उस पर मुझे विश्वास नहीं हो रहा।'' रियल ने इससे पहले स्पेन में ला लिगा का खिताब अपने नाम किया था। दूसरी ओर, इंग्लैंड में प्रीमियर लीग जीतने से चूकने वाली लिवरपूल की टीम चैंपियंस लीग में भी चैंपियन नहीं बन पाई। रियल मैड्रिड के मैनेजर कार्लो एंजोलोटी ने इतिहास रच दिया है। वो सबसे ज्यादा बार चैंपियंस लीग जीतने वाले मैनेजर बन गए। उन्होंने एसी मिलान के साथ 2002-03 और 2006-07 में खिताब जीता था। उसके बाद रियल के साथ 2013-14 और 2021-22 में ट्रॉफी अपने नाम किया।