अयोध्या। अयोध्या में रोज एक लाख से ज्यादा भक्त रामलला के दर्शन पूजन के लिए पहुंच रहे हैं और मंदिर निर्माण के लिए दान कर रहे हैं। यह स्थिति इस बात का संकेत है कि अयोध्या के राम मंदिर की सालाना कमाई देश के अन्य प्रमुख मंदिरों के बराबर हो गई है।
बीते वित्तीय वर्ष में कई माध्यमों से 363 करोड़ रुपए का दान प्राप्त हुआ, जिसके बाद मंदिर की सालाना आय ब्याज समेत 400 करोड़ तक पहुंच गई है। पिछले पांच सालों में राम मंदिर को करीब 55 अरब रुपए का दान मिला है, जिसमें 13 क्विंटल चांदी और 20 किलो सोना भी शामिल है। पिछले साल विदेशों से भी करीब 15 करोड़ रुपए का दान मिला था लेकिन देश के अन्य मंदिरों में जो दान आया उसमें आंध्र प्रदेश के तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर की सालाना आय 1450-1613 करोड़ रुपए है, जबकि केरल के पद्मनाभस्वामी मंदिर से 650-700 करोड़ रुपए, पंजाब के स्वर्ण मंदिर से 500 करोड़ और जम्मू एवं कश्मीर के वैष्णो देवी मंदिर से 400 करोड़ रुपए की आमदनी हुई।
अवध विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विनोद श्रीवास्तव ने बताया कि तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर की सालाना आय सबसे ज्यादा है, जो करीब 1600 करोड़ रुपए है। राम मंदिर की आय भी अब वैष्णो देवी और शिरडी साईं मंदिर के स्तर पर पहुंच गई है। यह आर्थिक वृद्धि न केवल अयोध्या के मंदिर की भक्ति को दर्शाती है, बल्कि राम भक्तों का प्रभु राम के प्रति आस्था और समर्पण को दर्शाती है।