महाकुंभ के प्रचार-प्रसार में कोई कसर नहीं छोड़ा जाएगा। सरकार की ओर से इसका खाका तैयार कर लिया गया है। इस बार नवंबर और दिसंबर माह में व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए देश के प्रमुख शहरों मुंबई, अहमदाबाद, चेन्नई, कोलकाता व बेंगलुरु में रोड शो का आयोजन होगा। इस पर लगभग साढ़े पांच करोड़ रुपये खर्च का प्रस्ताव है।

प्रचार-प्रसार पर कुल 121 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव तैयार कराया गया है। महाकुंभ के प्रचार-प्रसार के लिए राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं तथा अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों का सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए 40 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। पिछले कुंभ 2019 में 30 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे।

राष्ट्रीय टीवी चैनलों, रेडियो, सिनेमा एवं प्रोडक्शन हाउस तथा विदेशी चैनलों पर प्रचार के लिए 45 करोड़ खर्च होंगे, जबकि पिछले कुंभ में 26 करोड़ रुपये का बजट निर्गत किया गया था। इसके अलावा डिजिटल मीडिया व वेब मीडिया के माध्यम से भी महाकुंभ का प्रचार होगा, जिस पर 25 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

काफी टेबल बुक, महाकुंभ के महत्व को दर्शाने वाले साहित्य का प्रबंध किया जाएगा। महाकुंभ के महात्म्य वाली प्रदर्शनी, मंडप, फ्रंटेज, गेट एवं सांस्कृतिक पंडाल तथा स्टेज का निर्माण कराया जाएगा। होर्डिंग्स, एलईडी स्क्रीन वैन, एलईडी बोर्ड भी लगेंगे।

हाई-फाई होगा मीडिया सेंटर

महाकुंभ में परेड मैदान के काली मार्ग पर साउंड प्रूफ मीडिया सेंटर स्थापित होगा। इसमें 60 कंप्यूटर, 10 टेलीविजन सेट, लैपटाप, प्रिंटर, फोटो स्टेट मशीन, इंटरनेट, आइएसडी फोन, कान्फ्रेंस हाल की सुविधा होगी। साथ ही परेड मैदान में त्रिवेणी मार्ग पर अंतरराष्ट्रीय मीडिया कालोनी भी बनाई जाएगी।

महाकुंभ में आकर्षक का केंद्र होंगे शहर के 40 चौराहे

महाकुंभ में दुनियाभर से संगम नगरी आने वाले सनातनियों के लिए पूरा शहर तैयारी में जुटा है। शहर की सड़कों का चौड़ीकरण किया जा रहा है तो कहीं आरओबी और फ्लाइओवर बन रहा है। शहर के 40 चौराहों को आकर्षक बनाने के लिए लगभग 48 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च करने की योजना बनाई जा रही है।

मइन चौराहों पर शंख, धनुष, चक्र, नंदी के अलावा देवी, देवताओं, साधु-संतों की प्रतिमाओं को लगाया जाएगा। हरियाली को बढ़ावा देने के लिए ग्रीनरी लगाई जाएगी।