•  कैलाश विजयवर्गीय और प्रहलाद सिंह पटेल भी मोहन मंत्रिमंडल में मंत्री बने
  •  मंत्रिमंडल में मोहन ने जातिगत समीकरण साधे, 5 महिलाओं  सहित 12 ओबीसी वर्ग से 12 और  एससी-एसटी वर्ग से 9 मंत्री बनाए गए 


भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में सोमवार को 28 मंत्रियों को शामिल किया गया। जिससे मंत्रिमंडल की संख्या 31 हो गई है। राज्यपाल डा.मंगू भाई पटेल  ने राजभवन में आयोजित समारोह में पांच महिला विधायकों सहित 28 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। दोनों उपमुख्यमंत्रियों राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा ने पहले गत 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के साथ ही पद एवं गोपनीयता की शपथ ले ली थी। मं
सोमवार दोपहर मंत्री पद की शपथ लेने वाले मंत्रियों में पांच भाजपा के दिग्गज नेताओं के साथ 5 महिलाओं और 17 युवा एवं पहली बार के विधायक शामिल हैं। कैबिनेट मंत्री के रूप में प्रहलाद सिंह पटेल, कैलाश विजयवर्गीय, राकेश सिंह, प्रदुम्न सिंह तोमर, तुलसी सिलावट, ऐंदल सिंह कंसाना, नारायण सिंह कुशवाहा, विजय शाह, करण सिंह वर्मा, संपतिया उईके, उदय प्रताप सिंह, निर्मला भूरिया, विश्वास सारंग, गोविंद सिंह राजपूत, इंदर सिंह परमार, नागर सिंह चौहान, चैतन्य कश्यप और राकेश शुक्ला ने शपथ ली। इसके साथ राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार ) के रूप में 7 मंत्रियों ने शपथ ली। इनमें कृष्णा गौर, धर्मेंद्र लोधी, दिलीप जायसवाल, गौतम टेटवाल, लाखन पटेल और नारायण पवार शामिल हैं। इसके अलावा मोहन मंत्रिमंडल में चार राज्यमंत्री बनाए गए हैं, जिनमें-राधा सिंह, प्रतिमा बागरी, दिलीप अहिरवार और नरेन्द्र शिवाजी पटेल के नाम शामिल हैं।

- छह वरिष्ठों को नहीं मिली जगह
मंत्रिमंडल में भाजपा के दिग्गज नेता एवं वरिष्ठ विधायक गोपाल भार्गव, जयंत मलैया, भूपेंद्र सिंह, अजय विश्नोई, डा. सीताशरण शर्मा और गिरीश गौतम को शामिल नहीं किया गया।

- जातिगत समीकरण को साधा
मोहन मंत्रिमंडल में 12 मंत्री अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), 9 अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति (एससी-एसटी ) और 10 सामान्य वर्ग से हैं। मोहन कैबिनेट में पांच महिला सदस्य हैं। मंत्रियों के विभागों की घोषणा अभी बाकी है। मोहन मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 35 मंत्री हो सकते हैं। राज्य में 230 विधानसभा सीटें हैं।