गर्मी के बाद वर्षा होते ही पूरे जिले में बिजली का संकट खड़ा हो गया। मोहद्दीपुर से आने वाली भूमिगत केबल के बाक्स में खराबी के कारण यूनिवर्सिटी उपकेंद्र 12 घंटे से ज्यादा समय तक बंद रहा तो इस उपकेंद्र को बिजली देने वाले टाउनहाल उपकेंद्र में भी गड़बड़ी आ गई। अभियंताओं ने मशक्कत कर आपूर्ति बहाल कराई। कई जगह पेड़ की डाल गिरने, ट्रांसफार्मर जलने और केबल के जोड़ों में आर्द्रता आने से आपूर्ति पर असर पड़ा।

गुरुवार से शुरू हुई वर्षा के कारण रात तकरीबन 12 बजे केबल बाक्स में खराबी से यूनिवर्सिटी उपकेंद्र बंद हो गया। वर्षा के कारण अभियंता बाक्स नहीं ठीक करा सके तो टाउनहाल उपकेंद्र से आपूर्ति दी गई। शुक्रवार सुबह टाउनहाल उपकेंद्र की मेन लाइन में खराबी आ गई। इस कारण संकट बढ़ गया।

जिला अस्पताल, महिला अस्पताल, कोर्ट समेत कई प्रमुख स्थानों की आपूर्ति कट गई। वर्षा के कारण मौसम ठंडा होने से लोगों को ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। रुस्तमपुर, जेल बाइपास, लोहिया, पादरी बाजार, राप्तीनगर फेज एक आदि में केबल व ट्रांसफार्मरों में खराबी के कारण दिक्कत हुई।

राप्तीनगर फेज एक में पिछले तीन दिनों से बिजली का संकट बना हुआ है। यहां के उपभोक्ताओं ने मुख्य अभियंता से शिकायत की बात कही है। तारामंडल के वसुंधरा एन्क्लेव फेज तृतीय में आपूर्ति में गड़बड़ी के कारण उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई जगह तार टूटने के कारण अभियंता व कर्मचारियों को भीगकर काम कराना पड़ा।

पादरी बाजार से मंझरिया को जाने वाली लाइन का एक पोल टूटकर गिर जाने से शुक्रवार पूरे दिन आपूर्ति ठप रही। पोल गाड़ने के लिए हाइड्रा न मिलने के बाद शाम को अवर अभियंता विजय सिंह ने बुलडोजर की सहायता से पोल गड़वाया। इसके बाद आपूर्ति बहाल कराई गई। अवर अभियंता ने बताया कि कई जगह दिक्कत के कारण हाइड्रा नहीं मिल सका। इसके आने के इंतजार में देर हुई।

नगरीय विद्युत वितरण खंड प्रथम टाउनहाल के अधिशासी अभियंता आशीष चौहान ने कहा कि वर्षा के कारण दिक्कत हुई है।

मझगांवा संवाददाता के अनुसार मिश्रौली गांव में गुरुवार रात आंधी-पानी से सागौन का पेड़ टूट कर हाइटेंशन लाइन पर गिर गया। इस कारण आपूर्ति ठप होने के साथ ही आवागमन पर भी असर पड़ा। ग्राम प्रधान राकेंद्र द्विवेदी के सहयोग से घंटों प्रयास के बाद आवागमन सामान्य कराने के साथ ही आपूर्ति बहाल कराई गई।

पीपीगंज संवाददाता के अनुसार बढ़या व रायपुर फीडर बंद होने के कारण 30 गांवों की आपूर्ति ठप हो गई।

मुंडेरा बाजार संवाददाता के अनुसार चौरी चौरा के ग्राम सथरी में बिजली के तार पर पेड़ गिरने से चौरी चौरा व मुंडेरा बाजार की आठ घंटे और सरदारनगर की आपूर्ति 12 घंटे ठप रही।

बांसगांव संवाददाता के अनुसार क्षेत्र में 96 घंटे से बिजली ठप रहने से हाहाकार मचा हुआ है। 24 सितंबर को दोपहर दो बजे आई आंधी के कारण कई जगह पोल टूट गए। इससे आपूर्ति ठप हो गई। 25 सितंबर को वर्षा के कारण काम पूरा नहीं हो सका। उपभोक्ताओं का आरोप है कि वर्षा के पूर्व पेड़ की डालियों को नहीं काटा गया। अब इसकी सजा उपभोक्ता भुगत रहे हैं।

पिपराइच संवाददाता के अनुसार बेला, लुहसी, माधवपुर, गौरा, नथुवा, गोविन्दपुर, हरपुर, राउतपार आदि गांवों में तकरीबन 15 घंटे बिजली नहीं रही। जंगल धूषण व पिपराइच कस्बे में भी घंटों आपूर्ति ठप रही। के बीच कई जगहों पर पेड़ तार गिरने से आपूर्ति बाधित रही।