प्रयागराज । यूपी के प्रयागराज शहर के शिवकुटी इलाके में बने कांशीराम आवास योजना में लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे युवक-युवती का शव मंगलवार सुबह एक कमरे में फंदे से लटकता मिला। सुबह होने के बाद जब दोनों कमरें से बाहर नहीं निकले तो आस पड़ोस के लोगों को शक हुआ। लोगों ने पहुंचकर देखा तो दोनों का शव फंदे से लटक रहा था। दरवाजे में भी अंदर से कुंडी नहीं लगी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। राजेंद्र इससे पहली इसी युवती को भगा ले जाने के मामले में जेल भी जा चुका है। पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों पहलुओं पर जांच कर रही है। वहीं घरवालों ने हत्या का आरोप लगाया है। 
प्राप्त विवरण के मुताबिक शहर के शिवकुटी थाना क्षेत्र में बने कांशीराम आवास योजना में रहने वाला राजेंद्र उर्फ भगवान दास (30) और लक्ष्मी उर्फ नेहा (25) दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। मंगलवार को दोनों का शव एक ही कमरे में फंदे से लटकता मिला। कमरा अंदर से बंद नहीं था। सुबह दोनों के कमरे से बाहर न आने पर घरवलों को शक हुआ। दरवाजा खोलकर देखा तो दोनों का शव फंद से लटक रहे था। घरवालों ने पुलिस को सूचना दी तो मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि देर रात या फिर मंगलवार की भोर में यह घटना हुई है। मृतक के कोई संतान नहीं है। पूरी घटना की जांच की जा रही है। 
राजेंद्र कुमार उर्फ भगवान दास बहरिया के जुगनू डीह गांव का रहने वाला था, जबकि लक्ष्मी उर्फ़ नेहा शहर के मेंहदौरी इलाके में रहती थी। राजेंद्र के भाई की ससुराल नवाबगंज में है। वहीं लक्ष्मी की मौसी का घर नवाबगंज में हैं। दोनों की मुलाकात नवाबगंज में हुई थी। उसके बाद दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे थे। राजेंद्र 2021 में लक्ष्मी को अपने साथ भगा ले गया था। जिसके बाद नवाबगंज थाने में राजेंद्र के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया था। एक साल पहले राजेंद्र जेल से छूटा और नेहा को अपने साथ लेकर कर रहने लगा। बताया जा रहा है कि बीते सोमवार को राजेंद्र लक्ष्मी को लेकर शिवकुटी स्थित महेंद्रवारी कॉलोनी पहुंचा था। उसी रात दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा था। जिसके बाद सुबह दोनों का शव फंदे पर लटकता मिला।