अखिलेश यादव की मांग- वोटिंग के दौरान बुर्का हटाकर चेकिंग न करें
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि मुस्लिम महिलाओं की वोटिंग के दौरान बुर्का हटाकर चेकिंग नहीं की जाना चाहिए। इस आशय का उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी में 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में इस तरह की व्यवस्था की जानी चाहिए। सपा ने ईसी को लिखे अपने पत्र में कहा,महिलाएं अगर बुर्का पहनकर वोटिंग करें तो पुलिस हस्तछेप न करे। मुस्लिम महिलाओं के बुर्का हटाने को लेकर वह डरी हुई हैं. ऐसे में वह मतदान नहीं कर पाती हैं। समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वोटिंग के दौरान पुलिस के पास वोटर का पहचान पत्र जांच करने का अधिकार न हो. क्योंकि मुस्लिम वोटर पुलिस के नकाब हटाने को लेकर भयभीत हैं।
सपा की इस मांग से सियासी घमासान मच सकता है
सपा की इस मांग से सियासी घमासान मच सकता है। क्योंकि बीजेपी कई मौकों पर बुर्काधारी महिला वोटर्स की जांच की मांग करती आई है। दिल्ली की 7 सीटों पर इस बार हुए लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी की दिल्ली यूनिट ने भी ऐसी ही मांग की थी। दिल्ली में लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली भाजपा का एक प्रतिनिधमंडल, जिसमें विधायक अजय महावर, मोहन सिंह विष्ट, प्रदेशमंत्री किशन शर्मा, वकील नीरज गुप्ता ने दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा था. इसमें मांग की गई थी कि मतदान वाले दिन दिल्ली में जो भी बुर्का पहनकर या मुंह पर मास्क लगाकर मतदान करने आए, उसकी पूरी जांच के बाद ही वोट डालने दिया जाए। महिला अधिकारी या महिला पुलिस उनका चेहरा चैक करे।