गोरखनाथ मंदिर में हमला करने के मामले में अभियुक्त अहमद मुर्तजा दोषी करार..
अलीगढ़ और बरेली मंडल के जिलों में भी मौसम ने शुक्रवार की रात फिर करवट बदली। कड़ाके की ठंड से जनजीवन कांप उठा। तेज बर्फीली हवा चलने से राहगीरों की हालत खस्ता हो गई। सार्वजनिक स्थानों एवं मुख्य मार्गों पर लोग ठिठुरते नजर आए, मगर अलाव की व्यवस्था खत्म होन से सभी को परेशानी हुई। गुरुवार के मुकाबले पारा चार डिग्री लुढ़का। अधिकतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। मौसम विज्ञानियों ने अगले 24 घंटे में बूंदाबांदी एवं वर्षात की आशंका जताई है।
दो दिन पहले जहां आसमान पर बादल छाए हुए थे और सूर्य के दर्शन नहीं हो पाए। वहीं, शुक्रवार को समय पर सूर्योदय हुआ। सुबह से ही धूप खिलनी शुरू हो गई। इससे लोगों को काफी राहत मिले। आराम से रोजमर्रा के काम से बाहर निकले, मगर बाहर निकलते ही तेज हवा ने ठिठका दिया। लोगों का दिन अच्छा बीता, मगर सूर्यास्त के बाद वातावरण में गलन बढ़नी शुरू हो गई। तेज शीत हवा ने हालत बिगाड़ दी, लोग ठिठुरने शुरू हो गए।
दोपहर में खिली धूप के बाद किसी को मौसम के ऐसे तेवर की उम्मीद नहीं थी। इससे लोग शाम को जल्द ही घर में दुबक गए। इससे शहर के प्रमुख बाजारों पर चहल-पहल सामान्य से कम दिखाई दी। लोग तेजी से गंतव्य की अोर बढ़ते दिखाई दिए। पारा लुढ़ककर नीचे पहुंच गया। 24 जनवरी को न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ था, जिसमें अब सात डिग्री की गिरावट दर्ज हुई है।